पटना किला
[सम्पादन]पटना किला, जिसे किला हज़रत मंज़िल या पटना सिटी किला भी कहा जाता है, बिहार की राजधानी पटना में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह गंगा नदी के उत्तरी किनारे, पटना सिटी क्षेत्र में स्थित है। यह मुग़ल काल और उसके बाद के इतिहास का जीवंत प्रमाण है, जिसे खासतौर पर शेरशाह सूरी और मुग़ल शासकों के समय से जोड़ा जाता है।
समझें (Understand)
[सम्पादन]पटना किला भारत के ऐतिहासिक दुर्गों में से एक है, जो मध्यकालीन भारत की स्थापत्य कला और सामरिक रणनीति का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। इसका निर्माण प्रारंभिक मुग़ल काल में हुआ था, और यहाँ कई बादशाहों की गतिविधियाँ दर्ज की गई हैं। किला हज़रत मंज़िल क्षेत्र का यह किला धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है।
यह किला वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित स्थल है, और यह पर्यटकों को बिहार की समृद्ध ऐतिहासिक धरोहर से परिचित कराता है।
इतिहास (History)
[सम्पादन]पटना किला का इतिहास 16वीं शताब्दी से शुरू होता है, जब शेरशाह सूरी ने इसे रणनीतिक रूप से बनवाया था। इसके बाद मुग़ल बादशाह अकबर और औरंगज़ेब के समय में इसका पुनर्निर्माण और विस्तार हुआ। किले का नाम 'हज़रत मंज़िल' दरअसल एक धार्मिक संत से जुड़ा है जिनका यहाँ निवास था।
ब्रिटिश काल में भी इस किले का उपयोग प्रशासनिक एवं सैन्य कार्यों के लिए किया गया। यहाँ कई पुरातात्विक वस्तुएँ, प्राचीन तोपें और स्थापत्य अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं।
कैसे पहुँचें (Get in)
[सम्पादन]हवाई मार्ग
[सम्पादन]- निकटतम हवाई अड्डा है जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (PAT), जो लगभग 15 किमी दूर स्थित है।
- हवाई अड्डे से टैक्सी, ऑटो या बस के ज़रिए पटना सिटी पहुँचा जा सकता है।
रेल मार्ग
[सम्पादन]- नजदीकी प्रमुख रेलवे स्टेशन है पटना साहिब स्टेशन, जो किले से लगभग 2 किमी दूर है।
- मुख्य पटना जंक्शन से भी किले तक ऑटो या बस के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
[सम्पादन]- पटना सिटी NH-30 और अन्य मुख्य सड़कों से जुड़ा है।
- निजी वाहन, टैक्सी और लोकल बसें आसानी से उपलब्ध हैं।
घूमें (Get around)
[सम्पादन]- पटना सिटी क्षेत्र में स्थानीय ऑटो, ई-रिक्शा और टैक्सी सेवाएँ उपलब्ध हैं।
- पैदल चलकर भी आस-पास के ऐतिहासिक स्थलों जैसे हरमंदिर साहिब, खानकाह मुज़फ्फरपुर, मंसूरगंज मस्जिद, आदि देखे जा सकते हैं।
देखें (See)
[सम्पादन]1. पटना किला परिसर
[सम्पादन]- प्राचीन ईंटों और पत्थरों से बना यह किला मजबूत दीवारों और बुर्जों से घिरा है।
- किले की दीवारों पर मुग़ल स्थापत्य शैली की छाप स्पष्ट दिखाई देती है।
- पुराने प्रवेश द्वार, तहखाने और सीढ़ियाँ इतिहास में रुचि रखने वालों को आकर्षित करती हैं।
2. हज़रत मंज़िल दरगाह
[सम्पादन]- किले के भीतर स्थित एक सूफी संत की दरगाह, जहाँ हर गुरुवार को श्रद्धालु चादर चढ़ाने आते हैं।
- यह स्थल धार्मिक सहिष्णुता और सांस्कृतिक समन्वय का प्रतीक है।
3. प्राचीन तोप और अवशेष
[सम्पादन]- किले के भीतर रखी गई ऐतिहासिक तोपें और अन्य संरचनाएँ उस काल की युद्ध प्रणाली को दर्शाती हैं।
करें (Do)
[सम्पादन]- किले परिसर की ऐतिहासिक सैर करें, गाइड के साथ जाएँ तो इतिहास और रोचक तथ्यों की जानकारी मिलेगी।
- फोटोग्राफी के लिए यह स्थान बहुत सुंदर है – विशेषकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय।
- आसपास के ऐतिहासिक स्थल जैसे हरमंदिर साहिब (गुरुद्वारा), मंसूरगंज मस्जिद और पुराने बाजार भी देखें।
खरीदारी (Buy)
[सम्पादन]- पटना सिटी के बाज़ारों में पारंपरिक मिथिला कला, मूर्तियाँ, किताबें और धार्मिक वस्तुएँ मिलती हैं।
- पटना साहिब रोड पर हस्तशिल्प की दुकानें और स्मृति चिन्ह की बिक्री होती है।
खाएँ (Eat)
[सम्पादन]- पास के इलाक़ों में स्थानीय व्यंजन जैसे लिट्टी-चोखा, मटन कढ़ी, मालपूआ, ठेकुआ का स्वाद लें।
- 'पटना साहिब स्वीट्स' और 'चौराहा ढाबा' जैसे स्थान प्रसिद्ध हैं।
- सस्ती और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड की भी कमी नहीं – जैसे समोसा, चाट, जलजीरा।
रुकें (Stay)
[सम्पादन]पटना सिटी क्षेत्र में सीमित लेकिन अच्छी रुकने की व्यवस्था उपलब्ध है:
- होटल ग्रैंड आई.एन.एन.
- होटल पटना सिटी गेस्ट हाउस
- सस्ते यात्री धर्मशाला – विशेषकर गुरुद्वारा और मंदिर के पास
- मुख्य पटना शहर में अधिक विकल्प उपलब्ध हैं (15-20 मिनट की दूरी पर)
त्योहार (Festivals)
[सम्पादन]- उर्स महोत्सव – दरगाह में प्रतिवर्ष होने वाला धार्मिक उत्सव
- रामनवमी, ईद, मुहर्रम – किले के आसपास सांप्रदायिक सौहार्द्र के साथ मनाए जाते हैं
- पटना साहिब जयंती के दौरान आसपास के क्षेत्र में बड़ी चहल-पहल रहती है
जाएँ भी (Go next)
[सम्पादन]- हरमंदिर साहिब (पटना साहिब) – सिखों का प्रमुख तीर्थस्थल, गुरू गोविंद सिंह जी का जन्मस्थान।
- गोलघर – ब्रिटिश कालीन विशाल अन्न भंडारण संरचना।
- कुम्हरार – प्राचीन पाटलिपुत्र के खंडहर।
- अगमकुआँ – सम्राट अशोक से जुड़ा ऐतिहासिक स्थल।
- गांधी संग्रहालय और संजय गांधी जैविक उद्यान – पटना में और घूमने योग्य स्थल।
सुझाव (Tips)
[सम्पादन]- गर्मी के मौसम (मार्च–जून) में बहुत गर्मी हो सकती है – पानी की बोतल और टोपी साथ रखें।
- धार्मिक स्थलों पर संयम और मर्यादित व्यवहार आवश्यक है।
- किले के कुछ हिस्से खंडहर रूप में हैं – सतर्कता बरतें और सीमाओं का उल्लंघन न करें।
- स्थानीय गाइड या पुरातत्व विभाग की सूचना पट्टिकाओं से इतिहास को बेहतर समझा जा सकता है।